
आचार्य राम बाबा श्री राम नाम विश्व बैंक समिति के संस्थापक रहे जिन्होंने अपने जीवन काल में लाखों लोगों को प्रेरणा देकर राम नाम से जोड़ा | संस्था के लगभग 35 वर्षों के कार्यकाल में अबतक असंख्य मात्र में राम नाम लिखा जा चुका है | जो की अपने आप में एक रिकॉर्ड है | जिसका सारा श्रेय आचार्य श्री राम बाबा को जाता है | आज वेह हमारें बीच नहीं हैं लेकिन उनका यह दिव्य कार्य नित्य निरंतर जारी रहेगा |

आचार्य पंडित सुमित तिवारी जी संस्था श्री राम नाम विश्व बैंक समिति के वर्तमान में राष्ट्रीय अध्यक्ष है। वह पेशे से कंप्यूटर सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। लेकिन धार्मिक पृष्ठभूमि होने के कारण उन्होंने अपने जीवन का अधिकांश समय इस राम नाम सेवा में लगा दिया। उनका कहना है कि उन्होंने कक्षा 2 से श्री राम नाम के लेखन का कार्य करना शुरू किया था उसके बाद राम नाम की ऐसी अलख लगी कि उन्होंने इस कार्य को जन जन तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया जिसके माध्यम से वह अब तक लाखों लोगों को इस कार्य से जोड़ चुके है और यह कार्य निरन्तर जारी है

श्री विकास गर्ग जी राम नाम सेवा क्षेत्र में अग्रणी संस्था श्री राम नाम विश्व बैंक समिति के राष्ट्रिय महासचिव है। वह पेशे से एक उद्योगपति है। लेकिन धार्मिक स्वभाव और श्री नाम में लगन होने के कारण उन्होंने श्री राम नाम को प्रत्येक जनमानस के जीवन के भीतर आत्मसात करने का संकल्प लिया। साथ ही राम नाम के प्रभाव, उसका जप, उसके लेखन को जन जन तक पहुंचाने तथा उससे होने वाले लाभ से हर प्राणी मात्र को जोड़ने का कार्य कर रहे है। उनका संकल्प है कि जब तक श्री राम नाम संग्रहालय का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होगा तब तक विश्राम नहीं किया जाएगा।